क्या योगी नही ढोंगी है.?
— Sunday, 9th May 2021उत्तर प्रदेश। ढोंग की योग निद्रा से जागे सरकार, प्रदेश को बचाने की पहल करें, और हो सके तो झूँठ बोलने का प्रयास न करें। उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना कहर तथा ध्वस्त प्रशासनिक व्यवस्था को द्रष्टगत रखते हुए, प्रदेश के सुयोग्य मुख्यमंत्री योगी पर झूँठ बोलने तथा, मिथ्या सुशासन का आरोप प्रदेश की जनता ही नहीं अपितु, भाजपा के विधायक, मंत्री एव सांसद भी लगा रहे हैं, इतना ही नहीं उन्हें प्रदेश की ध्वस्त स्वास्थ्य सेवायें प्रशासनिक व्यवस्था से अवगत भी करा रहे हैं किन्तु, प्रदेश की जनता का दुर्भाग्य कि, ढोंगी बाबा ढोंग की योग निद्रा से बाहर निकलकर चेतनावस्था में आने को तैयार ही नहीं है, यहाँ तक कि, ढोंगी बाबा ने अब तो कोर्ट की आँखों मे भी धूल झोंकने का सुनियोजित रोड मैप तैयार कर लिया है। जबकि, प्रदेश की आम जनता एव इनके स्वयं के मंत्रियों एव विधायकों की माने तो, ढोंगी बाबा के द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बर्स वेंटीलेटर एव स्ट्रेचर पर पड़े अंतिम साँसे ले रहे हैं, प्रदेश भर के जिलाधिकारियों एव मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की बात करें तो कदाचित, 20 प्रतिशत जिलाधिकारी एव मुख्य चिकित्साधिकारी ही फोन अटेंड करते हैं, अधिकाँश इनके चपरासी ही फोन अटेंड करते हैं इतना ही नहीं प्रदेश के कई अस्पताल तो स्वच्छक कर्मचारियों एव वार्ड बॉय के भरोसे चल रहे हैं। गौर से देखें एव वस्तुस्थिति को समझने का गहराई से प्रयास करे तो स्पष्ट होता है कि, वास्तव में जनता ने प्रदेश का मुखिया चुनने में बड़ी भूल की है जिसकी, सजा प्रदेश की जनता को कोरोना काल मे मिल रही है।
अब क्या सही है और क्या गलत प्रदेश के मुखिया जाने या उनकी जनता किन्तु, लेखक का सिर्फ एक सवाल है, ढोंगी-ओह माफ कीजियेगा योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुखिया हैं या गाय भैंसों के तबेले के? चूँकि, वैश्विक महामारी के बीच ढोंगी ओह फिर से सॉरी, योगी गायों के लिये विशेष ओक्सिमीटर लगवाने की बात कर रहे है। लेखक की प्रदेश के मुखिया को विशेष सलाह है कि, पहले प्रदेश की जनता को बचा लो, गौवंश की रक्षा समूचा प्रदेश मिलकर कर लेंगें।
डॉ0वी0के0सिंह।
(खोजी पत्रकार)