
नवसंवत्सर में बैसाखी पर्व पर योग संस्थान ने किया योग शिविर का आयोजन
— Sunday, 13th April 2025अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान पंजीकृत द्वारा नव संवत्सर में बैसाखी पर्व पर सामूहिक योग-प्राणायाम शिविर का आयोजन चांसलर क्लब,चिरंजीविहार में हर्षोल्लास से किया गया।
संस्थान के महामंत्री दयानन्द शर्मा ने ओ३म् की ध्वनि,गायत्री मंत्र से सत्र को प्रारंभ किया।
सत्र में कुमारी दिया एवं दिशा द्वारा सरस्वती वंदना, दुर्गा स्तोत्रम महिसासुर मर्दनी पर किये नृत्य आकर्षण का केंद्र रहे।
संस्थान के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा श्रीमती प्रमिला सिंह ने साधकों को सूक्ष्म व्यायाम,ग्रीवा, हाथों पैरों के संचालन का अभ्यास कराया और उसके लाभों की चर्चा की।उन्होंने शिविर में भाग लेने पर साधकों से कहा कि योग हमारे मन मस्तिष्क को ठीक करता है,इससे हम तनाव मुक्त रहते हैं।
मंच संचालक प्रदीप त्यागी ने वीरेचन क्रिया,आर्ट ऑफ़ लिविंग भस्रिका,कपाल शोधन व अनुलोम विलोम का अभ्यास कराया।
श्रीमती मीता खन्ना एवं साथिओं द्वारा बैसाखी पर्व एवं नववर्ष के गीतों एवं नृत्य ने साधकों का मन मोह लिया।
समाज सेवी डा मधु पोद्दार ने नववर्ष की बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नव वर्ष प्रारंभ होता है।इसी दिन सूर्योदय के साथ सृष्टि का प्रारंभ परमात्मा ने किया था।अर्थात् इस दिन सृष्टि प्रारंभ हुई थी तब से यह गणना चली आ रही है।यह नववर्ष किसी जाति, वर्ग,देश,संप्रदाय का नहीं है,अपितु यह मानव मात्र का नववर्ष है।नववर्ष को शास्त्रीय भाषा में नवसंवत्सर कहते हैं। 13 अप्रैल 1919 क़ो बैसाखी का पावन पर्व था।पंजाब के अमृतसर में हज़ारों देशवासी शांति पूर्वक एक सभा के लिए जलियां वाला बाग में एकत्र हुए थे।न उनके पास अस्त्र थे,न हिंसा का कोई विचार।बस था तो देश के लिए प्रेम, स्वतंत्रता की पुकार और अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने का साहस।और तभी,आया जनरल डायर न कोई चेतावनी,न कोई संवाद।सिर्फ़ गोलियाँ हज़ारों निहत्थे, बूढ़े,बच्चे, स्त्रियाँ सब पर गोलियाँ बरसाईं गईं।कहा जाता है,बाग की दीवारें और ज़मीन,आज़ादी के दीवानों के खून से लाल हो उठी।यहीं से उठी एक और चिंगारी जिसने आगे चलकर भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु जैसे नौजवानों को जन्म दिया।
संस्थान के अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार अरोड़ा ने आगतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया और आगामी कार्यक्रम की सूचना दी।कोषाध्यक्ष अशोक शास्त्री ने साधकों को हास्यासन कराये।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री योगी प्रवीण आर्य,राम प्रकाश गुप्ता डा प्रमोद सक्सेना,भारती अग्रवाल, डा आरके पोद्दार,नेतराम गौतम, राजेश शर्मा,समर पाल,राज सिंह, आरआर पाल आदि उपस्थित रहे।
वरिष्ठ योग शिक्षिका वीना वोहरा, फुलां रानी आदि ने शांतिपाठ के साथ सत्र क़ो सम्पन्न किया।
अंत में ठंडाई प्रसाद का वितरण सुशील अग्रवाल एवं शिव कुमार अग्रवाल द्वारा किया गया