उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा वर्चुअल पौरोहित्य प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन
— Thursday, 5th December 2024गाजियाबाद,वीरवार,05=12=2024 को उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा आज प्रदेश के विभिन्न जिलों में पौरोहित्य प्रशिक्षण शिविर केंद्रों का उद्घाटन ऑनलाइन एक साथ संपन्न हुआ।जिसमें संस्थान के प्रशिक्षक आचार्य विनय कुमार मिश्रा ने बड़े ही श्रद्धा भाव से मंगलाचरण का पाठ किया। प्रशिक्षक आचार्य घनश्याम द्विवेदी ने संस्थान गीतिका के माध्यम से सभी को भाव विभोर कर दिया।प्रशिक्षक आचार्य नरेश बाबू दीक्षित ने स्वागत भाषण में अपने विचार व्यक्त करते हुए संस्थान के सभी पदाधिकारी सभी जनपदों के प्रशिक्षक गण की उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सबका स्वागत किया।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रशासनिक अधिकारी श्री जगदानंद झा ने कहा कि समाज में पुरोहित की बहुत बड़ी भूमिका है।पुरोहित जन्म से मृत्यु तक के सभी संस्कारों को कराता है।पुरोहित के संबंध परिवारों से व्यक्तिगत होते हैं।पुरोहित परिवार समाज व राष्ट्र को उत्तम बनाने में अपनी भूमिका प्रस्तुत करता है।हमारे धर्म,सब शास्त्रों की रक्षा करते हुए समाज में संस्कारों का ज्ञान देता है।संस्थान के सर्वेक्षक श्री महेंद्र पाठक ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए तीन माह तक प्रशिक्षण शिविर के सुचारु रुप से निर्वाध रुप से प्रशिक्षण की सफलता की कामना कीl निदेशक विनय कुमार श्रीवास्तव तथा प्र.अ. दिनेश कुमार मिश्र ने भी अपनी शुभकामनाएं दीं तथा धन्यवाद ज्ञापन में गाजियाबाद के प्रशिक्षक डॉ अग्नि देव शास्त्री ने अपने संबोधन में संस्कृत संस्थान के सभी अधिकारियों पदाधिकारियों सभी केंद्र के प्रशिक्षको को धन्यवाद देते हुए कहा कि पुरोहित धर्म का ध्वजवाहक है।कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी ने वैदिक मंत्र का पाठ किया। उपरोक्त वर्चुअल कार्यक्रम का संयोजन संस्थान के दिव्यरंजन एवं शिवम गुप्ता ने किया।उपरोक्त कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रशिक्षक डॉ अखिलेश चंद्र पाठक ने किया