
कड़ाके की ठंड और निराश्रितो को आश्रय स्थल पहुंचाने में जुटा निगम, रात्रि मे नगर आयुक्त ने निरीक्षण हेतु भेजी टीम
— Thursday, 16th January 2025*जरूरत पड़े तो बढ़ाएं अस्थाई रैन बसेरों की संख्या- नगर आयुक्त*
*बेसहारों का सहारा निगम का आश्रय स्थल, खुले आसमान में ना सोएं निराश्रित*
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम निराश्रितों का सहारा बनकर सामने आ रहा है बढ़ती ठंड को देखते हुए निगम ने स्थाई तथा अस्थाई रेन बसेरों में व्यवस्थाओं को बढ़ाया है, बिस्तरों की संख्या कंबलों की संख्या साथ ही साथ अलाव व्यवस्था को भी बढ़ाया है रेन बसेरों में हीटर भी लगवाए गए हैं, खुले आसमान में सड़कों के आसपास फुटपाथ पर कोई भी ठंड में ठिठुरते ना मिले ना ही रात्रि में सोता हुआ मिले इसके लिए लगातार निगम अधिकारी मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं, खुद नगर आयुक्त भी रात्रि में आश्रय स्थलों का जायेजा ले रहे हैl
सभी ज़ोन में विशेष ध्यान देते हुए नगर आयुक्त द्वारा रात्रि में निगम की टीम को मोहन नगर चौराहे से लेकर शालीमार गार्डन होते हुए भोपुरा तक विजयनगर प्रताप विहार कवि नगर गोविंदपुरम संजय नगर राज नगर सिटी जोन घंटाघर रेलवे स्टेशन बजरिया वसुंधरा कौशांबी वैशाली व अन्य सभी सार्वजनिक क्षेत्र में भेजा गया, खुले आसमान के नीचे ठंड में सोने वाले निराश्रितों को तत्काल आश्रय स्थलों में भिजवाने के निर्देश दिए गए, मौके पर अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव खुद सभी जोनल प्रभारी के साथ निरीक्षण के लिए निकले, निराश्रितों को आश्रय स्थल पहुंचने का कार्य किया गया, बेसहारों को स्थाई तथा अस्थाई रैन बसेरे में ले जाया गया, सभी जोन में भी अभियान के रूप में कार्रवाई की गई, मौके पर ज़ोनल प्रभारी विजयनगर अंगद गुप्ता, वसुंधरा से एसके राय, सिटी जोन से महेंद्र कवि नगर से राजेश गुप्ता तथा मोहन नगर क्षेत्र से आरपी सिंह मौजूद रहेl
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश अनुसार ठंड से बचाव के लिए आश्रय स्थलों में बेहतर इंतजाम किए गए हैं नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि गाजियाबाद नगर निगम सीमा अंतर्गत बढ़ती ठंड को देखते हुए अस्थाई आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाने की योजना भी बनाई जा रही है जरूरत पड़ने पर तत्काल प्रभाव से क्षेत्र में अस्थाई आश्रम स्थल बनाए जाएंगे सभी आश्रय स्थलों में मेडिकल की सुविधा को भी नियमित बनाए रखने के लिए नगर आयुक्त द्वारा संबंधित टीम को निर्देश दिए गए आश्रित स्थलों के पास पानी का टैंकर तथा मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था भी बनी हुई है, गाजियाबाद नगर निगम का सहयोग सामाजिक संस्थाएं तथा क्षेत्रीय पार्षदों के द्वारा भी निराश्रितों को आश्रय स्थल पहुंचने में कराया जा रहा हैl