संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज 18 फरवरी किया गया रेल रोको आंदोलन !
— Thursday, 18th February 2021भारतीय किसान यूनियन अंबावता बुलंदशहर जिला अध्यक्ष बिन्नू आधाना के नेतृत्व में 12:00 से 4:00 तक रेल रोको अभियान चला और इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष पं. सचिन शर्मा ने बताया सभी सक्रिय किसान संगठन ने आज दिनांक 18 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको अभियान में शामिल होते हुए सहारनपुर मुजफ्फरनगर मेरठ बागपत गाजियाबाद बुलंदशहर अलीगढ़ सहारनपुर मुजफ्फरनगर मथुरा इटावा फिरोजाबाद हापुड समेत पूरे प्रदेश में रेलों को आज बृहस्पतिवार को दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक रेल रोकी गई !
मेरठ में कैंट स्टेशन पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सभी किसान संगठन भाकियू ने रेल रोको आंदोलन में प्रदेश सचिव मोनू पवार घौरिया मेरठ जिलाध्यक्ष जितेंद्र गुर्जर के नेतृत्व में रेल चक्का जाम किया ।
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के समस्त पदाधिकारी और सदस्य सरकार के विरुद्ध अपना आंदोलन को और तीव्र करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अंबावता आदेशानुसार उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा के आह्वान पर रेलों को रोककर सरकार पर दवाब बनाने का प्रयास किया गया क्योंकि सरकार एकदम निरंकुश हो चुकी है ।
अब तक 85 दिन आंदोलन के बाद भी सरकार ने किसानों के हित में ना तो कोई फैसला किया है और ना ही किसानों की बात सुनने को राजी है ।
प्रदेश सचिव मोनू पवार ने कहा तानाशाही सरकार किसानों को आत्महत्या के लिए प्रेरित कर रही। अगर MSP लागू व बिल वापस नहीं हुआ तो भाजपा सरकार की गांवों में अर्थी जलाई जाएगी।
इस निरंकुश सरकार को बहुसंख्यक किसान अवश्य ही अपनी संगठित शक्ति का एहसास करा कर रहेंगे चाहे आंदोलन कितने भी दिन चलाना पड़े वर्तमान सरकार राष्ट्रहित में सही निर्णय लेने की क्षमता खो चुकी है और यह चंद पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बन के रह गई है लेकिन लोकतांत्रिक देश में निरंकुशता सदैव नहीं चल पाएगी कभी ना कभी सरकार को अपनी गलती का एहसास तो होगा लेकिन तब तक भारत की बहुसंख्यक जनता सरकार के खिलाफ हो चुकी होगी जिस तरह किसानों ने अपना अमूल्य मत देकर वर्तमान सरकार को पूर्ण बहुमत दिलाया था यदि सरकार ने किसानों के हित में समुचित कदम नहीं उठाए तो उसी प्रकार जनता जनार्दन सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम करेगी।