गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा रेल इंफ्राट्रेक्चर डवल्पमेंट कॉर्परेशन द्वारा किया गया प्रजेंटेशन
— Wednesday, 18th December 2024आज दिनांक 18.12.2024 को प्राधिकरण सभागार में उपाध्यक्ष महोदय की अध्यक्षता में ‘‘ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट (ई0ओ0आर0सी0)‘‘ के संबंध में हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा प्रजेंटेशन का प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें गाजियाबाद विकास प्राधिकरण नोडल एजेंसी है। प्रस्तुतीकरण में उक्त प्रोजेक्ट के फिजिबिलिटी स्टडी रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया। ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट (ई0ओ0आर0सी0) हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (एच0ओ0आर0सी0) के विस्तार के रूप में देखा जा सकता है जिसकी कुल लम्बाई लगभग 135 किलोमीटर का आंकलन किया गया है तथा यह रेल कॉरिडोर दो राज्यों (उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा) के जिलों मुख्यतः बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, सोनीपत, फरीदाबाद, पलवल से गुजरेगा। प्रस्तुतीकरण में गूगल अर्थ पर मार्क करते हुये दो अलाईनमेंट प्रस्तुत किये गये एवं दोनों अलाईनमेट का तुलनात्मक विवरण भी प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त दोनों अलाइनमेंट में आने वाली आबादी, मार्ग, रेल क्रॉसिंग एवं अधिग्रहण आदि चुनौतियों का भी जिक्र किया गया जिसके लिये विस्तारपूर्वक डिटेल्ड फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत किया जायेगा। तदक्रम में उपाध्यक्ष महोदय द्वारा दोनों अलाइनमेंट हेतु सचिव महोदय एवं अन्य संबंधित को गहन अध्ययन हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही साथ अध्ययनोपरान्त सक्षम स्तर से अनुमति हेतु प्रस्तावित किये जाने की कार्यवाही का आश्वासन दिया गया। ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट (ई0ओ0आर0सी0) प्रोजेक्ट के निर्माण होने से विभिन्न प्रकार के बहुआयामी एवं दूरगामी लाभ प्राप्त होंगे जिनमें मुख्यतः दिल्ली रेल नेटवर्क पर कन्जेशन से राहत मिलेगी, न्यू नौएडा इण्डस्ट्रीयल टाउनशिप, कृषि उत्पादन केन्द्रों जैसे बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर को बेहतर कनेक्टीविटी की सुविधा मिलेगी। एन0सी0आर0 में सीधी कनेक्टीविटी रेल कॉरिडोर के माध्यम से प्राप्त होगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी सीमलेश रेल लाईन नेटवर्क प्राप्त हो सकेगा। एन0सी0आर0 रीजन को भारत के विभिन्न पोर्ट्स को इण्डस्ट्रियल एवं लॉजिस्टिक सुविधाओं को बेहतर कनेक्टिविटी प्राप्त होगी। इससे नये इण्डस्ट्रियल सेक्टर, एक्सपोर्ट, इम्पोर्ट, मेनूफेक्चरिंग आदि को कम लागत पर इण्डस्ट्री सेटअप करने को बढ़ावा मिलेगा।