ग्रीन बेल्ट की दुर्गंध से फैल रही हैं बीमारियां, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

लोनी ट्रॉनिका सिटी अंसल कालोनी से सटी ग्रीन बेल्ट दुर्गंध का शिकायत के बावजूद  भी नगरपालिका अधिकारी और उपजिलाधिकारी आज तक समस्या का हल नही निकाल सके हैं। यह कहना रेजीडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन ईस्ट एंड अंसल ट्रॉनिका सिटी अध्यक्ष का है। उनका कहना है कि ग्रीन बेल्ट में सड़ी दुर्गंध से फैल रहे मच्छरों से अंसल कालोनी बीमारी का घर बनता जा रहा है। फैल रही भयंकर समस्या निपटारे के लिए पत्र लिखकर प्रदेश के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है।

रेजीडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन ईस्ट एंड अंसल ट्रॉनिका सिटी अध्यक्ष हरिओम गुप्ता  ने मुख्यमंत्री को दिए पत्र में कहा कि 709 बी राष्टीय राजमार्ग की ग्रीन बेल्ट ट्रॉनिका सिटी अंसल कालोनी से सटी हुई है। करीब तीन वर्षों से लोनी नगरपालिका द्वारा सड़ा गला कचरा मरे पशुओं के अवशेष,होटलों से निकलने वाला कचरा, मुर्गे, बकरों के अवशेष ग्रीन बेल्ट में डाले जा रहे हैं। जिससे आस पास के इलाके में भयंकर दुर्गंध, भारी  तादात में मच्छर बढ़ते जा रहे हैं। अंसल कालोनी व आस पास इलाके में बीमारी मंडऱाने लगी है।

-पुजारी और भक्तों को है परेशानी

उन्होंने ने बताया कि अंसल कालोनी में देवी मंदिर और कृष्णा मंदिर स्थापित हैं। मंदिरों में तीव्र दुर्गंध के कारण मंदिरों में आने जाने वाले भक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर परिसर में रहने वाले सेवादार व कालोनीवासी अत्यंत परेशानी  का शिकार हैं। लोनी नगरपालिका की लापरवाही के कारण पूजा कालोनी समेत कई अन्य कालोनियों के नालों का कचरा व गंदा पानी ग्रीन बेल्ट में भरता रहता है। जिससे हवा में भारी दुर्गंध फैल रही है।

-लोग हैं पलायन को मजबूर

ग्रीन बेल्ट पर गंदे जलभराव से भूमिगत जल भी दूषित हो रहा है। जोकि आज पानी पीने योग्य नही है। एक तरफ तो कोरोना महामारी का डर दूसरी तरफ मच्छरों से बीमारी का खतरा बढ़ रहा है। जिसकी शिकायत लोनी नगरपालिका से चार बार तथा उपजिलाधिकारी लोनी से दो बार व जिलाधिकारी गाजियाबाद से भी पत्र लिखकर शिकायत कि जा चुकी है। लेकिन आज तक ग्रीन बेल्ट दुर्गंध समस्या का कोई हल नही निकल पाया है। शिकायत के बाद भी नगरपालिका व कूड़ा डालने वाले लोग अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे हैं। कूड़ा  कचरा व दुर्गंध देख ऐसा लगता है कि ग्रीन बेल्ट नही कोई डंपिंग ग्राउंड बना हुआ है। आरोप है कि शिकायत करने पर ईओ ने कहना है कि हमारे पास कोई डंपिंग ग्राउंड नही है। लोनी के कचरे का निस्तारण इसी प्रकार किया जायेगा।

-हरे भरे पौधे भी हुए नष्ट

उन्होंने बताया कि लोनी शहर की साफ सफाई के लिए प्रदेश सरकार गुरूजी कंपनी को प्रति माह कई करोड़ रुपये भुगतान कर रही है। लेकिन लापरवाही के कारण गुरूजी कंपनी भी ढाक पर तीन पात दिखाई दे रही है। सरकार के करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी सड़े गले कचरे के कारण ग्रीन बेल्ट पर लगाये गये सैकड़ो हर भरे पेड़ पौधे सूखकर गिर गये हैं।

-स्वच्छता अभियान की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां.

कालोनी के लोगों का कहना है कि लोनी नगरपालिका प्रधानमंत्री द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रही है। कुछ महा पूर्व लोनी नगरपालिका ने स्वच्छता अभियान में प्रदेश में प्रथम स्थान पाया था। लेकिन हाल में अंसल कालोनी से सटी ग्रीन बेल्ट की गंदगी को देख लग रहा है कि लोनी नगरपालिका को गंदगी में प्रथम स्थान  देना चाहिए था। उन्होंने प्रर्यावरण के साथ किए जा रहे खिलवाड को बंद न किए जाने पर नगरपालिका अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही दूषित भूजल व पर्यावरण से मुक्ति की भी मांग की है।

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