हिंडन मोक्ष धाम के प्रबंधक आचार्य मनीष पंडित ईश्वर भक्ति मे जीवन का सच्चा आनंद
— Saturday, 21st September 2024ईश्वर भक्ति में है जीवन का सच्चा आनंद आचार्य मनीष पंडित प्रबंधक हिंडन मोक्ष धाम गाजियाबाद एवं अध्यक्ष श्री धार्मिक रामचंद्र सीता देवी हरनंदी सेवा संस्थान ने कहा कि जिसे भगवान पर अटल विश्वास है वही भगवान की भक्ति करता है और अंततः भक्ति मार्ग पर टिका रहता है भक्ति राजमार्ग है जिस पर चलकर भगवत दर्शन का अलौकिक सुख मिलता है जिसे भगवत दर्शन का सुख प्राप्त होता है वह संसार के किसी भी सुख के पीछे नहीं भागता इस सुख के समान उसे सब कुछ तुक्ष लगता है ईश्वर भक्ति सरल व साधारण नहीं बहुत ही कठिन साधना है इसमें व्यक्ति का मन नहीं लगता व्यक्ति का मन संसार में लगता है भगवान से कोई कोई व्यक्ति ही मन लगाते हैं भगवान में मन लगाने के लिए संसार से मन हटाना पड़ता है कामना वासना मोह माया लोभ का त्याग करके भगवान से प्रेम बढ़ाना चाहिए जिसे संसार से प्रेम है वह भक्त नहीं ऐसे व्यक्ति भक्ति नहीं करते भगवान की भक्ति वही करते है जो भगवान से प्रेम करते हैं भक्ति राजमार्ग है जिस पर चलकर भगवत दर्शन का अलौकिक सुख मिलता है जिसे भगवत दर्शन का सुख प्राप्त होता है वह संसार के किसी भी सुख के पीछे नहीं दौड़ता भक्ति से मोक्ष मिलता है भवसागर से पार होते हैं जीवन के उद्देश्य पूर्ण करने में भक्ति से बड़ा कुछ नहीं है भक्ति त्याग व प्रेम से मिलती है भक्ति में भगवान के प्रति श्रद्धा विश्वास और समर्पण होना आवश्यक है इसके बिना भक्ति व ईश्वर दर्शन की कल्पना भी नहीं की जा सकती भक्ति में बहुत शक्ति है यह शक्ति संसार में कल्याण हेतु काम आती है जीवन में कल्याण के समस्त मार्ग बंद दिखते हैं तो भक्ति के मार्ग से जीवन के स्थान व सुरक्षा का मार्ग प्रशस्त होता है भक्ति जीवन का असली धर्म है भक्त को भगवान पर भरोसा होता है भक्ति के पुण्य से समस्त पाप प्रारब्ध अभिमान अंधकार मिटकर ज्ञान का प्रकाश प्राप्त होता है भक्ति निर्भयता व अमृत प्रदान करती है भक्ति से जीवन सार्थक व सफल बनता है भक्ति करने वाले पुण्य आत्मा होते हैं भक्ति का सुख अलौकिक आनंद दायक होता है भक्ति से भक्त व भगवान दोनों प्रसन्न होते हैं भक्ति से भक्त का उद्धार और बेड़ा पार होता है भक्ति जीवन हेतु कल्याणकारी है भक्ति शाश्वत पुण्य की कुंजी है मानव जीवन सुख व आनंद हेतु मिला है जो सुख आनंद भक्ति में है वह संसार में अनंत कहीं नहीं जो भक्त भक्ति की गंगा में गंगा डुबकी लगाता है उसका जीवन धन्य बनता है