वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना के अब 98 फीसदी तक सटीक नतीजे एक्स-रे से पता चलेगा
— Thursday, 20th January 2022स्कॉटलैंड में वैज्ञानिकों के एक समूह ने कोरोना महामारी को लेकर एक नया प्रयोग किया है। इसके तहत अब एक्स-रे के जरिए पता लगाया जा सकता है कि मरीज को कोरोना है या नहीं। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने भी इसे 98 फीसदी तक सटीक माना है। परीक्षण किसी व्यक्ति के अंदर वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करता है। शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि यह आरटी-पीसीआर परीक्षण से तेज होगा और परिणाम 5 से 10 मिनट के भीतर आ जाएगा। बता दें कि आरटी-पीसीआर रिपोर्ट आने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि लंबे समय से एक त्वरित और विश्वसनीय उपकरण की आवश्यकता थी जो COVID-19 का पता लगा सके। इतना ही नहीं एक्स-रे के जरिए ओमाइक्रोन वेरिएंट का भी जल्द से जल्द पता लगाया जाएगा।
यूडब्ल्यूएस के शोधकर्ताओं के अनुसार, नई तकनीक स्कैन की तुलना 3,000 से अधिक छवियों के डेटाबेस से करने के लिए एक्स-रे तकनीक का उपयोग करती है, जो कोरोना रोगियों, स्वस्थ व्यक्तियों और वायरल निमोनिया से संबंधित हैं। प्रौद्योगिकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रक्रिया द्वारा संचालित है जो दृश्य आकलन का विश्लेषण और निदान करने के लिए एक एल्गोरिदम का उपयोग करती है। यूडब्ल्यूएस के वैज्ञानिकों ने कहा कि व्यापक परीक्षण चरण के दौरान, तकनीक 98 प्रतिशत से अधिक सटीक साबित हुई।