180 जीडीए वर्करों का टीकाकरण, डॉक्टर करेंगे काउंसलिंग
— Friday, 14th May 2021कोरोना महामारी की दूसरी लहर में, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के लगभग तीन दर्जन कर्मचारियों को कोरोना संक्रमित हुए और आठ कर्मचारियों और उनके परिवारों को कोरोना ने मार डाला। संक्रमण के बीच कर्मचारी और अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए अपने कार्य कर रहे हैं। संक्रमण से सहयोगियों के निधन का सभी कर्मचारियों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। डॉक्टर अवसाद से बाहर निकलने वाले कर्मचारियों के साथ सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए उनकी काउंसलिंग करेंगे।
जीडीए के अधिकारी काउंसलिंग के लिए डॉक्टरों से संपर्क करेंगे। काउंसलिंग के लिए प्राधिकरण परिसर में अलग से शिविर लगाए जाएंगे। ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए भी बातचीत चल रही है। इससे कर्मचारियों को खुद को नकारात्मक वातावरण से बाहर निकालने में मदद मिलेगी। संक्रमण के मद्देनजर, थर्मल स्कैनिंग और स्वच्छता के बिना किसी को भी प्राधिकरण में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। लिफ्ट के उपयोग के साथ बायोमेट्रिक उपस्थिति पहले से ही निषिद्ध है। प्राधिकरण परिसर में दो से तीन बार स्वच्छता का कार्य किया जा रहा है। इसी समय, सामाजिक गड़बड़ी का सख्ती से पालन किया जा रहा है। गाजियाबाद के साथ बागपत में पंचायत चुनाव के बाद मतगणना में सभी जीडीए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। सभी कर्मचारी ड्यूटी पर रहते हुए संक्रमण की चपेट में आ गए।
कोरोना की दूसरी लहर में प्राधिकरण के आठ कर्मचारियों और उनके परिवारों की मौत हो गई है। जीडीए के इंजीनियर जोन सात में तैनात कर्मचारी अनिल कुमार त्यागी, जीडीए बाबू राजीव अग्रवाल वरिष्ठ सहायक आदेश त्यागी की कोरोना से मौत हो गई। उसी समय, प्रिंस जॉर्ज, व्यक्तिगत सहायक क्लेरा जॉर्ज के पति, कार्य पर्यवेक्षक बादल सिंह नागर और उनकी पत्नी, प्लम्बर राम फेर और इलेक्ट्रिशियन जगपाल सिंह की पत्नी कोरोना से मृत्यु हो गई। कोविड के संक्रमित होने के कारण सभी कर्मचारी अपना इलाज करवा रहे हैं।
जीडीए कर्मचारियों और अधिकारियों के संघ उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण कर्मचारी संगठन के टीकाकरण की मांग को लेकर गुरुवार को जीडीए परिसर में एक टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में, प्राधिकरण में 45 वर्ष से अधिक के 180 कर्मचारियों को टीका लगाया गया था। टीके स्थापना को लेकर जीडीए कर्मियों में उत्साह था। जीडीए कर्मचारी अपनी बारी के इंतजार में प्राधिकरण परिसर स्थित शिविर में एक कतार में दिखाई दिए।
45 वर्ष से अधिक आयु के 180 कर्मचारियों को प्राधिकरण परिसर में टीका लगाया गया था। यदि वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाती है, तो आगे शिविर आयोजित किया जाएगा। डॉक्टरों से संपर्क करके कर्मचारियों की काउंसलिंग के लिए एक अलग शिविर का आयोजन किया जाएगा।